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सपना या हकीकत

अब आगे.

आइए जानते है आखिर aahaan  ने ऐसा क्या देखा होगा. 

असल मे बात ये थी की ये पिछले जीवन की कुछ सीन था जो a देख रहा था, और वो जैसा देख रहा  था हकीकत मे वोही हुआ था. 

असल मे जब ahaan  पंक्ति से divorce पेपर पर साइन करवाया उसके बाद वो सीधा अपने फैमिली घर मे गया था. जहा उसके माँ पापा जिंदा थे तब तीनो वहां खुसी से रहते थे. पर उनके मौत के बाद से ahaan  ने वहां रहना छोड़ दिया. और अपने अलग से विला मे रहने लगा था. 

Ahaan पुराने घर मे पहुचा, और एक कमरे के अंदर चला गया. वहां दीवार पर एक फोटो थी जो दो लोगो की थी, और ये फोटो ahaan के माँ पापा की थी. Ahaan अपने माँ पापा के फोटो के सामने खड़ा हो गया और उन्हे देख बोलने लगा, " माँ पापा मैंने आप लोगो की मौत का बदला ले लिया मैंने, मैंने उन्हे कही का नही छोड़ा पापा, उस प्रताप खुराना ने हमारी प्रॉपर्टी छीन ना चाहते थे ना, मैंने उनका सब कुछ छीन लिया, और उनको मौत के घाट भी उतार दिया. जैसे उसने मेरी फैमिली छीन ली ना, उसी तरह मैंने भी उनका परिवार बर्बाद कर दिया पापा.fir भी मेरा मन शांत क्यु नही है माँ? मुझे तो खुश होना चाहिए, सेलिब्रेट करना चाहिए, पर क्यु पापा मुझे अंदर से घुटन हो रही है, जैसे मैंने कुछ गलत कर दिया हो." ये कह वो रो परा और फिर अपने आसु पोछ बोला, " माँ मुझे पंक्ति को दुख देके मुझे भी दर्द क्यु होता है माँ? मै उसे जब जब रोते देखता हु तब तब मेरा भी दिल रोता है. पर क्या करू उसने गलती भी तो बड़ी की थी ना? माँ पापा आई थिंक मै पंक्ति से प्यार करने लगा हु. " ये बोल ahaan अपने मन की उलझन मे खो गया.

तभी वहां पर ahaan का assistant dorte हुए उसके पास आया और haaf ते हुए बोला, " सर एक बहुत जरूरी बात है, और ये आपका जान ना भी जरूति है."

Ahaan उसे एक तक देखने लगा, और ahaan थोड़ा गुस्सा भी हुआ क्यु की उसके प्राइवेट टाइम मे किसी ने उसे डिस्टर्ब किया था. फिर भी वो खामोश रहा और assistant को आगे बोलने के लिए इसरा किया.

Ahaan के assistant ने एक लम्बी साँस खिच के कहा, " सर हमारे investigation मे गलती हुई है, " वो हक लाके हुए बोलने लगा, क्यु की ये बहुत बड़ी बात थी, assistant ने अपना गला साफ करके अपना पसीना पोछ के कहा, " सर वो mr प्रताप खुराना ने आपके मोम dad को नही मारा था. उन्होंने ये साजिस नही की थी. इन सब में किसी और का हाथ था और इसमे जो कोई भी है सायद उसी ने प्रताप जी को फसाया है."

ये कुछ लफ्ज सुन के ahaan सुन्न रह गया, उसके हाiथ पाव काँप ने लगे. Assistant ने उसके हाथ मे एक फाईल रख दी और देखने के लिए कहा.

Ahaan ने जल्दी जल्दी फाईल देखने लगा. और उसमे जो सबूत थे वो प्रताप जी के खिलाफ नही थे, वो बे गुनाह थे, ahaan के सिर पर जैसे बिजली गिरी हो, उसके कदम लड़ खड़ा गये. उसके हाथ से फाईल गिर के नीचे फ्लोर पर बिखर गये.उसने अपने दिल मे एक दर्द महसुस किया, उसने अपना बाल खिच के बोला, " ये मैंने क्या कर दिया? मैंने एक बे गुनाह की जान ले ली, और मैं पंक्ति को भी सजा देता रहा, " 

उसने अपने आप से कहा, " पंक्ति मैं तुमसे कैसे माफी mangu, किस मुह से मानगु? तुम मुझे माफ तो करोगी ना? " Ahaan की आवाज काँप रही थी.

वो बस जल्द से जल्द पंक्ति से मिलना चाहता था, उसे पता नही था की वो पंक्ति को कैसे फेस करेगा पर वो पंक्ति को बस गले लगाना चाहता था. Ahaan जल्दी से हरकत मे आया और  dodte हुए रूम से चला गया, उसका assistant देखता ही रह गया. बाहर बारिश हो रही थी, पर फिर भी ahaan ये सब इग्नोर कर जल्दी से कार लेके अपने विला के तरफ जाने लगा.

अधा घंटा बाद, ahaan अपने विला मे पहुचा और वो हर बराते हुए अंदर जाने लगा, वो जोर जोर से पंक्ति को पुकार रहा था. लेकिन आज विला मे एक अजीब सी खामोशी थी. सन्नाटा था. अंधेरा हो रखा था. उसके दिल मे अजीब सी बेचैनी होने लगी. 

पहले जब वो विला आता था तो, उसका दिल सुकून से भर जाता था, पर आज उसका दिल तड़प रहा था. उसने धीरें से लाइट on कर दी और आगे बढ़ गया. वो जब dining एरिया मे पहुचा तो, उसने जो देखा वो देख उसका दिल तड़प उठा. क्यु की सुबह के वक्त जैसे उसने पंक्ति को छोड़ गया था, तब से सायद पंक्ति वही थी. हा पंक्ति वही थी, खुन से लठ पथ हो रही थी. उसके चारो तरफ खुन किसी पानी की तरह फैला हुआ था.

ये देख ahaan की दिल की धड़कन रुक गई. उसके आखो से आसु बहने लगे, वो पंक्ति के पास ही घुटनो के बल गिर परा, और रोते हुए पंक्ति को पकड़ अपने गले से लगा लिया. उसने रोते हुए कहा, " क्यु पंक्ति क्यु? क्यु चली गई तुम? तुमने मेरी गुनहो की सजा ऐसे देना चाहती हो? मुझे माफी मांग ने का मौका तक नही दिया तुमने पंक्ति, क्यु? " वो पगलो की तरह रोने लगा.

पंक्ति मर चुकी थी, उसकी बॉडी ठंडी हो चुकी थी. उसकी रूह निकल चुकी थी, वहां बचा था तो सिर्फ उसका बेजान सा शरीर.

Ahaan उसके सिर को अपने गोद मे रख के रोते हुए बोला, " तुमने मुझे इतनी बड़ी सजा क्यु दे गई पंक्ति? मुझे एक मौका तक नही दिया तुमने माफी मांग ने का, अब मैं इस पछतावे मे कैसे jiunga? बोलो."

Ahaan ने फिर पंक्ति को अपने गले लगा लिया.

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अचानक से ahaan  के चेहरे पर कुछ पानी की बुँदे गिरी और वो होस मे आया, उसका पुरा शरीर पसीने से भीगा हुआ था, वो हकीकत मे लौट आया था, वो समझ नही पा रहा था की ये हकीकत है या कोई सपना.

( अब तो ये वक्त पर ही पता चलेगा की ये सपना हकीकत था या ahaan का सिर्फ एक सपना.) 

Ahhan ने अपनी आँखे खोल ली, वो अभी भी haaf रहा था, जैसे वो डर गया हो. तभी उसके कानो ने उसके assistant की आवाज आई, जो बोल रहा था, " सर क्या आप ठीक है? "

Ahaan ने घबरते हुए कहा, " पंक्ति तुम ठीक हो ना? मुझे अभी के अभी पंक्ति के पास जाना है."

To be continued.. 

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