सितारा ने जैसे ही रितु का मुस्कुराता हुआ चेहरा देखा,तभी सितारा को अपने पिछले जन्म की कुछ यादें किसी फिल्म की तरह उसके दिमाग में चलने लगी,
फ्लैशबैक_________
सितारा अपना व्हीलचेयर पर बैठके ही लिफ्ट से निकली और सीधे ceo ऑफिस की तरफ जाने लगी, आज नितिन का बर्थडे था, तो उसने सरप्राइस देने के लिए सितारा खुद ही वहा चली आई, सितारा के हाथ में नितिन का फैवरेट पाइनएप्पल केक था,और ये केक सितारा ने खुद अपने हाथो से बनाया था, क्युकी नितिन ने उसे कहा था की,उसे सितारा के हाथो से बना हुआ सब कुछ खाना अच्छा लगता है।।।
सितारा वैसे तो अकेले कही जाती नही थी,क्युकी वो खुद से चल नहीं सकती पर,आज अपने प्यार नितिन को बर्थडे सरप्राइस देने के लिए ऑफिस चली आई।।।
सितारा जल्द ही ceo ऑफिस के door तक पहुंची और दरवाजे से ही सितारा ने ऑफिस के अंदर से एक औरत और एक आदमी की मदहोशी भरी आवाज सुनी, दोनो की सांसे तेज चल रही थी।।।
सितारा ने हल्के से दरवाजे को खोल के देखा तो पाया की नितिन,सितारा की सौतेली बहन रितु के ऊपर चढ़ा हुआ है ,और रितु के अंदर समाया हुआ है।।।
तभी रितु की आवाज आई,और वो कहने लगी," तुम बहुत nauhty हो नितिन। क्या तुम्हे डर नहीं लगता,की कही सितारा हमे ऐसे देख ना ले।"
नितिन रितु के अंदर पुश करते हुए कहा," उसे कैसे पता चलेगा,वो तो चल भी नहीं सकती,और वो यहां आयेगी कैसे? और वैसे भी तुम मुझे यहां सिड्यूस करने आई थी ना,तो इस वक्त तुम ये बाते क्यूं कर रही हो?"
" No ,I m not, मैं तो बस यहा तुम्हे सरप्राइज देने आई थी,आज तुम्हारा बर्थडे जो है।" रितु ने moan करते हुए बोली।
नितिन ने और जोर जोर से पुश करते हुए कहा," then, मुझे मेरा गिफ्ट एंजॉय करने दो।"
उन दोनो को ऐसे इस हालत में देख के,सितारा की आखों से आसू बहने लगी, उसने अपने हाथो की मुठिया बनाई और दरवाजे धाम से जोर से खोल दिया और वो गुस्से में चिल्लाके बोली," क्या कर रहे हो तुम दोनो ये?"
अचानक वहा सितारा की आवाज सुन दोनो ने अपनी मूवमेंट रोक दी और नितिन ने अपना पैंट ऊपर उठाके पहनते हुए बोला," सितारा,तुम यहां क्या कर रही हो?"
सितारा ने आसू को अग्रेसिवली पोंछ के कहा," अगर आज मैं यहां नही आती,तो मुझे पता कैसे चलता की,मेरा मंगेतर और मेरी सौतेली बहन मिलकर मेरे पीठ पीछे ये सब कर रहे है, मुझे धोखा दे रहे है।"
सितारा को बिस्वास नही हो रहा था की जिस इंसान से उसने इतना प्यार किया,इतने सालो तक प्यार किया,वो उसे ऐसे धोखा दे सकता है।।
नितिन ने सितारा का हाथ थामने की कोशिश करते हुए कहा," तुम जैसा सोच रही हो वैसा बिलकुल नहीं है।"
सितारा ने जोर से चीखते हुए बोली," तुम मुझे क्या पागल समझ रखा है, की मुझे पता नही है इस सबका मतलब क्या है?" और उसके बाद सितारा ने एक जोर से थप्पड़ नितिन के गाल पे मारा।।।
नितिन को थप्पड़ मारते देख रितु सितारा के पास आते हुए बेचारी सी होके बोली," सितारा,सितारा, इसमें नितिन की कोई गलती नही है, ये सब मेरी गलती है, मैं ही खुद को रोक नहीं पाई,नितिन के प्यार में पड़ने के लिए" रितु ने आसू भरी आखों से सितारा को देख कहा,
रितु को देख ,सितारा को इतना घिन आया की वो रितु को एक जोर से थप्पड़ मारना चाहती थी, पर अफसोस की बात ये थी की वो थप्पड़ मारने के लिए खड़ी नही हो सकती थी।
सितारा ने रितु को देख गुस्से में दांत पिस्के कहा," रितु तुम्हे अच्छी एक्टिंग के लिए मूवी में जाना चाहिए, तुम्हे देख के मुझे घिन आ रही है।"
पर रितु को ऐसे बोलते देख नितिन ने उसके बचाव में सितारा से अपना अच्छाई का मुखौटा हटाते हुए कहा," सितारा,तुम अपने आपको समझती क्या हो,की कौन हो तुम? और तुम्हे लगता है की मैं तुमसे प्यार करता भी हु,कभी अपने आपको आईने में देखा है तुमने?मुझे तो तुम्हारी ये थका हुआ, सरा हुआ चेहरा और ये तुम्हारा कटा हुआ पैर देख के तुमसे घिन आती है।"
नितिन की इतनी करवी बाते सुन सितारा को ऐसा लगा जैसे उसके दिल में किसी ने खंजर से वार किया हो, उसे बहुत दर्द हुआ।
सितारा ने रोते हुए जोर जोर से हस पड़ी, इस इंसान को बचाने के वजह से ही सितारा का पैर टूट गया और उसने अपना पैर हमेशा के लिए खो दिया,अब ये उसे ही घिन आता है बोल रहा था।
सितारा ने अपनी आखें मूंद ली और सोचने लगी, की उसने ना जाने कितने ही सैक्रिफाइस की थी इस इंसान के लिए, सितारा को याद भी नहीं था,की उसने क्या क्या किया इस इंसान के लिए। इतना कुछ करने के बाद भी, नितिन ने सितारा को चीट ही नही बल्कि इतने हर्टफुल बाते भी बोल रहा था।।
सितारा को भरोसा नही हो रहा था की,वो ऐसे इंसान से प्यार कैसे कर सकती है? कैसे इस घटिया इंसान के प्यार में वो पर गई?
तभी नितिन के फोन में एक कॉल आया और नितिन ने वो कॉल उठा लिया, उस तरफ से कुछ कहा गया और नितिन ने उसके जवाब में कहा," हा मैं थोड़ी देर में वहा पहुंच रहा हु।" उसके बाद नितिन ने कॉल कट कर दिया।
रितु ने नितिन को देख कहा," नितिन तुम जाओ, तुम्हे और भी काम है जो,देखना है और करना भी है, मैं मेरी सौतेली बहन से बात करती हु।" ये बोलते वक्त रितु की आवाज शहद से भी ज्यादा मीठी थी।
नितिन ने हा में सर हिलाया और वहा से जल्दी से निकल गया।।
सितारा को बहुत दर्द हो रहा था,वो टूट गई थी।।।
नितिन के जाने के बाद, रितु का एक्सप्रेशन बिलकुल बदल गया,और अब उसका एक्सप्रेशन कोल्ड एंड डेंजरस थी, रितु ने अपनी होठों पर तिरछी मुस्कान लाके बोली," सितारा,अच्छा हुआ तुम्हे सब सच पता चल गया, तुम्हे पता है,मैं थक गई थी तुम्हारे सामने ये अच्छाई का नाटक करते हुए।" और पल भर में रितु की आवाज शांत और नर्म हो गई।
सितारा ये देख सकती थी की,रितु अपना इमोशंस को छुपाने में कितनी माहिर थी।
फिर रितु ने एक मजाकिया मुस्कान के साथ बोली," तुम ये बात जान ही गई हो तो एक सीक्रेट की बात बताऊं?"
फिर उसने सितारा की पैर की तरफ देखा और अपनी आखों में शैतान जैसी चमक लिए बोली," तुम्हे पता है की तुम्हारा पैर आखिर कैसे खराब हुआ? और इसके पीछे किसका हाथ है?"
एक अनजाना डर से सितारा का दिल कांपने लगा,और उसकी आंखे हैरानी से बड़ी हो गई की आखिर रितु कहना क्या चाहती है?
" its me,सितारा, ये सब मैने किया है।" ये बोल रितु जोर जोर से शैतान जैसी हसने लगी।
सितारा डर से कांप गई, उसका शरीर सुन्न पर गया,एक अजीब सा दर्द उसके दिल में हुआ,उसके आखों से झर झर आसू बहने लगी।
सितारा को ऐसे शॉक में देख रितु उसके ऊपर झुकी और उसके चेहरे को देखते हुए बोली," क्यों तुम्हे बिस्वास नही हो रहा? हा वो एक्सीडेंट मैने ही प्लान किया था।"
" यही सोच रही हो ना की मैं नितिन को क्यों मारना चाहती थी? पर नितिन को मैं कभी मारना ही नही चाहती थी,वो सब तुम्हारे लिए प्लान था,क्यों की मुझे पता था,जब तक तुम नितिन के करीब रहोगी,नितिन के ऊपर तुम कोई आंच भी नही आने दोगी,और देखो मेरा अंदाजा सही हुआ,तुमने उसे कुछ नहीं होने दिया।" ये बोल रितु फिर से जोर जोर से हंसने लगी, इस वक्त रितु एक दम शैतान ही लग रही थी।।।।
रितु फिर एक दम से रुक के बोली," पर ना तुम लकी निकली,तुम्हारा पैर ठीक हो सकता था,डॉक्टर ने बताया था,पर वो तो मेरी मॉम थी,जो डॉक्टर को कुछ पैसे दिए और तुम्हारे पैर को काट कर फेंक दिया।"
रितु की बेदिल बात सुन सितारा की आखों से आसू बहने लगे, रितु उसकी सौतेली बहन होने के बावजूद भी सितारा ने कभी उसे नुकसान पहुंचाने के बारे नही सोचा,कुछ बुरा नही सोचा उसके लिए, पर रितु ने उसके साथ ऐसा क्यू किया? ये सोच वो रो रही थी।।।
सितारा ने रोते हुए कहा," क्यों? क्यों किया तुमने मेरे साथ ऐसा? क्या बिगाड़ा था मैंने तुम्हारा?"
रितु ने दांत पिसके कहा," क्यों की मैं तुमसे नफरत करती हु,बेहद नफरत, कपूर फैमिली की पहली बेटी और मालकिन मैं बन सकती थी, डैड ने मेरी मॉम से प्यार किया था पर तुम्हारे मॉम ने बीच में आके मेरे डैड को मुझसे और मेरी मॉम से छीन लिया, मैने और मेरी मॉम ने तुम दोनो की वजह से डार्कनेस में दिन गुजारा है।"
" अभी भी देर नहीं हुई है, मैने तुम्हे slow poison देना शुरू कर दिया था,अब तुम धीरे धीरे दिन ब दिन कमजोर होती जाओगी,और अब तुम्हारे पास ज्यादा वक्त नहीं है, उसके बाद सब कुछ मेरे हाथो में आयेगा,वो विला,कंपनी और नितिन,सब कुछ मेरा होगा, जिसका असली हकदार मैं हु।" ये बोल रितु फिर से जोर जोर से हंसने लगी
रितु को हस्ता हुआ देख सितारा ने अपनी आसू पोंछ के कोल्ड वॉइस में कहा," असली हकदार? वो विला मेरी मॉम का है,और जिस कंपनी की बात कर रही हो,वो कंपनी मेरे नानाजी का है, मेरी मॉम से शादी करने से पहले तुम्हारे डैड कुछ भी नही थे, कोई वजूद नहीं था उनका मेरी मां के बिना। तो सपने देखना बंद करो,तुम्हे कुछ भी नही मिलने वाला।"
सितारा का ये रूप देख रितु अब सीरियस होते हुए बोली," सितारा ज़िद छोड़ो,तुम मरने वाली हो,but फिर भी देखो मैं तुम्हे एंटीडोट दे सकती हु,सब कुछ मेरे नाम कर दो,और अपनी लाइफ बचा लो।"
सितारा ने रितु को जलती हुई नजर से देखा और कोल्ड वॉइस में बोली," रितु ,जैसा तुम चाहती हो,वैसा कभी नही होगा।" ये बोल सितारा ने झट से अपनी व्हीलचेयर की बटन प्रेस की और पूरे स्पीड से विंडो की तरफ जाने लगी, और उसके बाद सितारा कांच के विंडो को तोड़ते हुए बिल्डिंग के ऊपर से कूद गई,सितारा को ऐसे विंडो से गिरते देख रितु की चेहरे से सारा रंग उड़ गया,रितु का चेहरा सफेद पर गया।
सितारा नीचे गिरते हुए रितु के चेहरे को देखते हुए अपने मन में बोली, " अगर मुझे दोबारा मौका मिला,तो मैं इन लोगो को नही छोडूंगी,ऐसी मौत दूंगी की सबकी रुह कांप जाए,मैं अपना बदला जरूर लूंगी,जिस जिस ने मेरे साथ गलत किया है।"
To be continued....
( Aap logo ko ye story kaisi lag rahi hai jarur bataye,aur mujhe plz follow kar lijiye)
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